महाशिवरात्रि पर विशेष पाकिस्तान में पोठोहार के ज़िला चकवाल में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है— कटासराज। इस मंदिर के साथ भगवान शिव से जुड़ी बहुत सारी कथाएं प्रचलित हैं। यह भी कहा जाता है कि यहां पांडवों ने अपने बनवास के चौदह वर्षो में से चार वर्ष बिताए थे। यह मंदिर सप्तग्रह से जुड़ा हुआ है। इसके इर्द-गिर्द सात प्राचीन मंदिर हैं।
पाकिस्तान सरकार ने इसे ‘विश्व धरोहर’ में शामिल करने का विचार बनाया है। सरकार ने वर्ष 2006-07 में इन मंदिरों के नवनिर्माण पर 51 करोड़ रुपए ख़र्चने की भी योजना बनाई थी। यह मंदिर 6वीं सदी में बनवाया गया था।
वर्ष 2006-07 में भारत के उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण अडवानी भी इसके दर्शनों के लिए गए। उसी समय दौरान पाकिस्तान सरकार की ओर से इन मंदिरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित करने की योजना भी बनी थी। इसी योजना के तहत पुरातत्व विभाग के तीन मैंबर भारत, श्रीलंका और नेपाल तक दौरा करने आए थे।
पाकिस्तान में दूसरे मंदिरों के मुक़ाबले कटासराज ऐसा मंदिर है, जिसमें आज भी शिवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। भारत से भी कई शिव-भक्त वहां शिवरात्रि मनाने जाते हैं। वर्ष 2007 की शिवरात्रि की धूम आजतक पूरे पाकिस्तान में गूंज रही है।
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