बुधवार, 17 दिसंबर 2008

नीलकंठ महादेव मंदि (दौसा जयपुर)

जयपुर से 54 कि.मी. पूर्व में राष्ट्रीय उच्चपथ 11 पर स्थित दौसा पुरातत्व महत्व का एक प्राचीन शहर है। प्राचीन धुंधार के कच्छव शाशकों का यह राज्य रहा है। एक पुराना किला व कई हवेलियाँ दौसा व इसके आसपास स्थित हैं। दौसा एक बहुत पुरानी जगह है।

नीलकंठ महादेव मंदिरः एक विशाल पत्थर का शिवलिंग मिला था जिसका कि केवल ऊपरी सिरा ही दिखता है। मूलतः यह पहाड़ की चोटी पर अवस्थित शिव मंदिर का हिस्सा था और वहाँ पर अब नीलकंठ महादेव मंदिर विराजमान है।

अन्य शिव मंदिरः वर्तमान में दौसा में 5 शिव मंदिर हैं। सभी 5 लिंग उत्तर मध्य काल के हैं, इनमें दया राम सहनी द्वारा उल्लेखित पहाड़ के ऊपर स्थित लिंग भी शामिल है। पहाड़ की चोटी पर एक टेढ़ा-मेढ़ा किला भी है जो बरगुज्जर जनजाति द्वारा बनाया गया माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसे कच्छव राजकुमार दुल्हा राय ने लूटा था जब वह 967 ई. में नरवर से ग्वालियर गया था।

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