मंगलवार, 21 अप्रैल 2009

जय जगदीश्वर जय परमेश्वर

गौरी सुताय ॐ नम ॐ
लम्बोदराय ॐ नम ॐ ( गौरी)
विघ्नेश्वराय ॐ नम ॐ
विश्वेश्वराय ॐ नम ॐ

शंकर गुरु जय शंकर गुरु
शंकर भगवत्पद शंकर गुरु ( शंकर)
अपार महिमा शंकर गुरु
दया सागर शंकर गुरु
गुरुदेव गुरुदेव सद्गुरु नाथ गुरु देव

लिंगोत्भवकर लिंगेश्वर
परमेश्वर मम पाहि प्रभो
पाहि प्रभो मम पाहि विभो

बोलो बोलो सब मिल बोलो ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
जूट जटा में गंगा धारी
त्रिशूल धारी डमरू बजावे
डम डम डम डमरू बाजे
गूंज उठा, ॐ नमः शिवाय
ॐ नम शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नम शिवाय

गंगा धर शिव गौरी शिव
शम्भो शंकर साम्ब शिव ( गंगा)
जय जगदीश्वर जय परमेश्वर
जगदाधार जगदीश्वर
विश्वाधर विश्वेश्वर
शम्भो शंकर साम्ब शिव

चंद्र शेखराय नम ॐ
गंगाधराय नम ॐ
ॐ नम शिवाय नम ॐ
हर हर हराय नम ॐ
शिव शिव शिवाय नम ॐ
सायीश्वराय नम ॐ

कोई टिप्पणी नहीं: